अनुराग सारथी ने संभाला मोर्चा, तब निकल पाई माता रानी की शोभायात्रा
धौरहरा प्रशासन बना सपा का मुखौटा, नहीं दी थी शोभायात्रा निकालने की अनुमति
लखीमपुर खीरी - जहां एक ओर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ सनातन धर्म की रक्षा, सुरक्षा, प्रचार - प्रसार एवम हिंदूवादी धार्मिक सद्भावना, कांवर यात्रियों पर पुष्पवर्षा करने तथा सनातन संस्कृति के लिए पूरी तरह से सजग और सक्रिय भूमिका में नजर आते हैं वहीं दूसरी ओर उनके अधीनस्थ अधिकारियों का रवैय्या सदैव संदेहास्पद ही नजर आता है। ऐसा ही एक मामला धौरहरा में देखने को मिला।
आपको बताते चलें कि अभी हाल ही में नवरात्रि पर्व प्रारम्भ होने से पूर्व में प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि इस नवरात्रि में हर जनपद तहसील व ब्लॉक स्तर पर धार्मिक आयोजन बहुत ही भव्य रूप से किया जाएगा। जिसमें दस दिनों तक लगातार रामचरित मानस तथा श्रीदुर्गा सप्तशती पाठ का आयोजन किया जाएगा। जिसके लिए सभी जनपदों को एक-एक लाख रुपए भी आवंटित करने की बात कही थी। मुख्यमंत्री की ऐसी पावन धारणा को ठेंगा दिखाते हुए जनपद लखीमपुर (खीरी) के तहसील धौरहरा प्रशासन ने स्थानीय रामनवमी प्रबंध समिति को मातारानी की शोभायात्रा निकालने की अनुमति तक देना उचित नहीं समझा स्थानीय प्रशासन ने सपा का मुखौटा लगाकर कार्य करने का काम किया है। जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश था। जब यह मामला धौरहरा में आयोजित संगठन की एक बैठक में पहुंचे ऐप्जा (आल इंडिया प्रेस जर्नलिस्ट एसोसिएशन) के चीफ कोआर्डिनेटर एवं ऐक्शन पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अनुराग एम. सारथी के समक्ष आया तो उन्होंने धौरहरा पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। जिसके परिणाम स्वरूप माता रानी की भव्य शोभा यात्रा निकली। जिससे स्थानीय प्रशासन को मुंह की खानी पड़ी। जो पुलिस मातारानी की शोभायात्रा को रोकने के लिए आए पुलिस वाले मातारानी की कृपा से मातारानी की शोभा यात्रा को सुरक्षा मुहैया कराई।
रिपोर्ट - नागेंद्र प्रताप शुक्ल
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