प्रयागराज: कुख्यात बाहुबली नेता अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो अफसरों पर एक बड़ी साजिश का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर प्रयागराज रमित शर्मा और एडीजी अमिताभ यश ने उसके पति अतीक की सुपारी ली है. ये लोग कभी भी अतीक की हत्या करा सकते हैं. शाइस्ता परवीन ने कहा कि रमित शर्मा ने शुक्रवार को ही उनके दोनों बेटों को उठा लिया था, लेकिन अब तक ना तो उसकी गिरफ्तारी दिखाई है और ना ही उसे रिहा किया है.
शाइस्ता परवीन ने प्रयागराज की कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. उसने बंदी प्रत्यक्षीकरण रिट दाखिल कर कोर्ट से गुहार लगाई है कि कोर्ट उनके बेटों को पेश करने के लिए पुलिस को निर्देशित करे. माफिया डॉन अतीक अहमद पर राजूपाल हत्या कांड में मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कराने का आरोप है. तीन दिन पहले यह वारदात दिन दहाड़े अंजाम दिया गया था. इस वारदात का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इसमें अतीक अहमद का बड़ा बेटा अशद खुद गोली चलाते नजर आ रहा है.
सीबीआई जांच की मांग की
शाइस्ता परवीन ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखा है. इसमें कहा है कि उनके पति और बेटों को बिना वजह इस मामले में लपेटा जा रहा है. मामले के खुलासे में फेल हो चुकी पुलिस उनके पति के माथे ठिकरा फोड़ना चाहती है. शाइस्ता परवीन ने प्रयागराज पुलिस की जांच पर सवाल खड़े करते हुए मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की. बता दें कि विधानसभा में मुख्यमंत्री के तेवर देखने के बाद प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद के परिजनों पर शिकंजा कस दिया है.
बंदी प्रत्यक्षीकरण की अर्जी
बसपा नेत्री शाइस्ता परवीन ने प्रयागराज के सीजीएम कोर्ट में दाखिल बंदी प्रत्यक्षीकरण अर्जी में धूमनगंज थाना पुलिस से रिपोर्ट मंगाने की गुहार की है. बताया कि शुक्रवार की दोपहर में पुलिस ने उनके दोनों बेटों समेत अन्य लोगों को उठाया था. अब तक पुलिस ने इन्हें कोर्ट में पेश नहीं किया है. उन्होंने अपने बेटों के साथ अनहोनी की आशंका जाहिर करते हुए कहा कि धूमन गंज पुलिस से इस संबंध में रिपोर्ट मंगाई जाए. शाइस्ता ने कहा कि उनके विरोधियों से मिलीभगत कर पुलिस ने अतीक और उनके छोटे भाई अशरफ की सुपारी ले ली है.
वारदात के पीछे महापौर का चुनाव
शाइस्ता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में दावा किया है कि उमेश पाल की हत्या मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कराई है. वह प्रयागराज के मेयर का पद अपने पास रखना चाहते थे. जबकि बसपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया है. ऐसे में उन्हें चुनाव से दूर करने के लिए नंदी ने इस साजिश को अंजाम दिया है.
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