मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के थाना पाकबड़ा इलाके में नेशनल हाइवे 24 के नजदीक तालाब की जमीन पर बनी अवैध मजार पर योगी सरकार का चाबुक चला है, एसडीएम सदर की टीम ने जमीन की हदो पर सीलिंग की कार्यवाही करते हुए नोटिस चस्पा कर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है. दरअसल ये दादा फौलाद शाह मजार मुरादाबाद के पाकबड़ा में नेशनल हाइवे 24 के नजदीक मौजूद है. इस मजार को लेकर कई स्थानीय लोगों द्वारा जिला प्रशासन को शिकायत की जा चुकी थी कि ये सरकारी तालाब की जमीन पर कब्जा करके बनाई गई है.
लगातार की जा रही शिकायतों की जांच करने के बाद एसडीएम सदर के नेतृत्व में तहसील टीम ने मौके पर जाकर मजार को सील करने की कार्यवाही शुरू कर दी, और मजार के चारो तरफ बल्लिया गाड़ कर रस्सियों के सहारे से पूरे एरीये को सील करते हुए मजार की दीवार पर नोटिस भी चस्पा कर दिए हैं. हालांकि प्रशासन द्वारा मजार को सील करने की कार्यवाही को मजार से जुड़े लोगों ने गलत बताया है. लोगों में इसको लेकर काफी गुस्सा है,और इसके खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही है.
सैकड़ों साल पुरानी मजार को सील करना सही नहीं
मजार से जुड़े शाकिर हुसैन का कहना है कि पूरा मामला एसडीएम कोर्ट में चल रहा है, लेकिन अचानक आकर इस तरह से सैकड़ों साल पुरानी मजार को सील कर देना ठीक नहीं है. वहीं इस कार्यवाही पर एसडीएम सदर परमानन्द सिंह ने बताया कि तालाब की जमीन पर अवैध कब्जा करके मजार बनाई गई है. जमीन पर सीलिंग की कार्यवाही की गई और ध्वस्तीकरण की कार्यवाही प्रस्तावित है.
एसडीएम सदर परमानन्द सिंह द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया है कि तालाब की जमीन पर दरगाह का निर्माण किया गया था. जिसको लेकर पूरा मामला एसडीम कोर्ट में विचाराधीन था. जिसमें न्यायालय के आदेश पर कई बार खाली करने के नोटिस भी दिए गए थे, लेकिन सरकारी तालाब की जमीन पर निर्माण के मामले में प्रशासन की टीम के द्वारा मौके पर पहुंचकर सील करने की कार्यवाही को प्रशासन की टीम के द्वारा अंजाम दिया गया है.
प्रशासन की टीम के द्वारा मौके पर पहुंचकर स्ट्रक्चर को सील कर दिया गया है और पूरे प्रकरण में वैधानिक कार्यवाही को अंजाम देते हुए नोटिस सौंपा गया है. इसके साथ ही तालाब की जमीन पर निर्माण करने के मामले में पेनल्टी डाली गई है.
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