मुख्य वन संरक्षक मंडल लखनऊ/मुख्य वन संरक्षक लखनऊ ने नगर वन का किया निरीक्षण
कछौना/हरदोई - कछौना वन रेंज क्षेत्र के अंतर्गत नगर वन कामीपुर में भारत सरकार द्वारा स्वीकृत किया गया है। जिससे आम जनमानस को हरा भरा माहौल मिले सकें। क्षेत्र का बेहतर पर्यावरण हो, परंतु नगर वन निर्माण में विभागीय अधिकारियों ने जमकर भ्रष्टाचार किया, शनिवार को मुख्य वन संरक्षक मंडल लखनऊ व मुख्य वन संरक्षक लखनऊ ने निरीक्षण कर खानापूर्ति कर कर्तव्यों की इतिश्री कर ली।
बड़े पैमाने पर लकड़ी बिना नीलामी के बिक्री व मिट्टी हजारों टन बिक्री पर ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा। भारत सरकार द्वारा कछौना क्षेत्र के कामीपुर में नगर वन स्वीकृत किया गया है। जिसका बजट धनराशि लगभग एक करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए।
इस नगर वन में 66 हजार पेड़ विभिन्न प्रजातियों के फलदाई व छायादार लगने हैं। शनिवार को प्रधान वन संरक्षक ममता संजीव दुबे व निदेशक रेनू सिंह ने निरीक्षण किया। इसमें स्थित अमृत सरोवर में काफी अनियमितताएं मिली, अमृत सरोवर की सीधे गहराई कर दी गई हैं। इसमें खुदाई लगभग 3 मीटर तक की गई है। जबकि इसका स्लोब ढाल 45 डिग्री पर होना चाहिए। ढाल न रखने के कारण मिट्टी का कटान हो जायेगा। वही नौनिहालों के भ्रमण के दौरान अनहोनी घटना घटने की प्रबल संभावना है।
पानी के आने के लिए कोई इनपुट नहीं बनाया गया। मिली जानकारी के अनुसार तालाब की खुदाई व चारों तरफ खाई की खुदाई व चारो तरफ खाई की खुदाई में सैंकड़ों टन मिट्टी विभागीय अधिकारियों ने खनन माफियाओं को हाथ बेच दी। नगर वन क्षेत्र में पूर्व में कई वर्षों पुराने मोटाई के प्रायिस (दक्षिणी बबूल) की लकड़ी खड़ी थी, जो आसपास क्षेत्र से खड़े प्रायिस से आकलन किया जा सकता है। इसकी सफाई के लिए विभागीय अधिकारियों ने बिना नीलामी के लाखों रुपया की लकड़ी खजोहना के लकड़ी माफियाओं के हाथ बेच दी। विभागीय अधिकारियों ने जमकर लूट की।
क्षेत्र पंचायत सदस्य पति व जल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने हुए भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
निरीक्षण के दौरान नगर वन क्षेत्र में आगे के भाग में पेड़ों की संख्या काफी कम होने पर नाराजगी जताई, ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने का विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया, मिट्टी के बने पहाड़ का समुचित तरीके से बनाने का निर्देश दिया। तितली पार्क में ईटों को सही तरीके से लगाने का निर्देश दिया। उसके बाद ईटों पर पुताई का निर्देश दिया, नगर वन के निर्माण में जमकर मानकों की धज्जियां उड़ाई गई। सरकार की मंशा पर विभागीय अधिकारी पलीता लगा रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों की उदासीनता का फायदा विभागीय अधिकारी जमकर उठा रहे हैं। क्षेत्र को पर्यावरण व हरियाली प्राकृतिक स्थल की सौगात सरकार ने दी, जिससे दूरदराज के साथ क्षेत्र के लोग नगर वन में भ्रमण कर जीवन की भागदौड़ से दो पल सकून की सांस ले सकें। जीवन में पेड़ पौधों पर्यावरण की उपयोगिता को जनसंदेश भविष्य में एक मनमोहक स्थल बन सके। निरीक्षण के दौरान कुछ अधिकारियों ने मीडिया के प्रश्नों से दूरी बनाई।
इस अवसर पर डीएफओ, एसडीओ अर्चना, सेंशन ऑफिसर सुशील कुमार, हरिनाम सिंह, बीट प्रभारी रोहित शर्मा, केपी सिंह,अशोक कुमार, रविंद्र मिश्रा आदि विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
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