मध्य प्रदेश के विदिशा के खेरखेड़ी गांव में 7 साल का बच्चा मंगलवार को बोरवेल में गिर गया. ये हादसा लोकेश अहिरवार के साथ तब हुआ जब वो खेल रहा था. खेलते-खेलते लोकेश 60 फीट गहरे बोरवेल में गिर पड़ा. कल से ही लोकेश को बचाने के लिए NDRF और SDRF के साथ स्थानीय प्रशासन की टीम लगी हुई है, बच्चा 43 फीट पर फंसा हुआ है. रेस्क्यू टीम के मुताबिक पोकलेन मशीन का काम पूरा हो चुका है. बच्चे तक पहुंचने के लिए अब सुरंग बनाने का काम शुरू कर दिया गया है. 10 बजे तक बच्चे तक पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विदिशा में बोरवेल में फंसे बच्चे के “रेस्क्यू” के लिए ऑपरेशन जारी है. बच्चे को सकुशल निकालने के लिए टनल बनाई जा रही है जो कि लगभग 2 घंटे में SDRF द्वारा बना ली जाएगी. प्रशासन पूरी मुस्तैदी से जुटा हुआ है और जल्द ही बच्चों को निकाल लिया जाएगा.
जल्द ही बच्चे को निकाला जाएगा बाहर
एनडीआरएफ विदिशा के डिप्टी कमांडेंट अनिल पाल ने कहा है कि बोरवेल की पहले वर्टिकल और फिर हॉरिजॉन्टल अप्रोच से खुदाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि वर्टिकल अप्रोच से हम 43-44 फीट तक पहुंच चुके हैं. बच्चे की कुछ मूवमेंट हो रही है, लेकिन कोई संपर्क नहीं हो पाया है. हम कुछ ही घंटे में उसे बाहर निकाल लेंगे. बता दें कि इस समय बोरवेल के पास ही चार जेसीबी की मदद से गड्ढा खोदा जा रहा है.
इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरे की सहायता से बच्चे की हर मुवमेंट पर नजर रखी जा रही है. वहीं बच्चे को गड्ढे में ऑक्सीजन भी उपलब्ध कराई जा रही है.
लोकेश के पीछे पड़ गए थे बंदर
बताया जा रहा है कि खेत में काम करने के लिए मजदूरों के साथ-साथ उनके बच्चे भी पहुंचे हुए थे, तभी वहां कुछ बंदर आ गए और बच्चों के पीछे पड़ गए. बंदर से बचने के लिए बच्चे भागने लगे, तभी खेत के बीच में मौजूद खुले बोरवेल में लोकेश गिर गया. वहां मौजूद लोगों ने फौरन पुलिस और प्रशासन को इस बात की खबर दी. जिसके बाद लोकेश को बचाने का रेस्क्यू शुरू किया गया. जो लगातार जारी है.
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