इटावा- किसान सभा ने प्रदेशव्यापी आह्वाहन पर कचहरी परिसर में किया प्रदर्शन, मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
ज्ञापन में आलू का न्यूनतम समर्थन मूल्य लागत का डेढ गुना अर्थात 1600 कुन्टल करने, सरकारी खरीद कोल्ड स्टोरेज के किराया नियन्त्रण करने, बाहर की मंडियों में भेजने के लिये भाडा में 50 फीसदी छूट, बिजली दरों में प्रस्तावित दरों की वापसी सहित कई मांगों को उठाया गया ।
अ0भा0 किसान सभा के संयुक्त सचिव एवं प्रदेश महामंत्री मुकुट सिंह ने केन्द्र व राज्य सरकारों पर किसानों से बदला लेने और दुश्मनों जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए।
कहा कि आलू किसान वर्बाद हो रहे है। प्रदेश में 200-300 रू0 कुन्टल आलू मारा-मारा घूम रहा है। जबकि मोटे तौर पर आलू की लागत 1100रू0 कुन्टल पडती है। आलू खेतों में ही जोतने ओर आत्महत्याओं के लिये किसान मजबूर हो रहे है। इसके लिये मोदी-योगी सरकारें पूरी तरह से जिम्मेदार है।
मुकुट सिंह ने ऐलान किया कि किसान सभा एवं संयुक्त किसान मोर्चा ने व्यापक आन्दोलन की घोषणा की है। 20 मार्च और 5 अप्रैल की दिल्ली में बडी किसान महारैलियाॅ होंगी। इस दौरान किसान सभा प्रदेश संयुक्त मंत्री संतोष शाक्य, पूर्व अध्यक्ष नाथूराम यादव, अमर सिंह शाक्य, जिलासंयुक्त मंत्री संतोष राजपूत शामिल रहे।
रिपोर्ट संजीव भदौरिया ब्यूरो चीफ इटावा
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