सूक्ष्म प्रेक्षण व सूक्ष्म संसाधनों से हुई रमन प्रभाव की खोज, एसएस कॉलेज में हुई संगोष्ठी



शाहजहांपुर- स्वामी शुकदेवानंद महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग के द्वारा "राष्ट्रीय विज्ञान दिवस" के अवसर पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आरके आजाद ने कहा कि विज्ञान सदैव कल्याणकारी है, क्योंकि वह सत्य पर आधारित है। 


तकनीकी को हम अपनी आवश्यकता के अनुरूप बदल लेते हैं, जिस कारण तकनीकी कभी-कभी वरदान के साथ-साथ अभिशाप भी बन जाती है।  विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष हरीश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि मनुष्य का जीवन स्वयं उसके हाथ में है। जीवन में कल्याण, खुशी एवं प्रसन्नता का समावेश स्वयं हमारे द्वारा ही किया जा सकता है। विज्ञान संकाय के सहसंकायाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सिंह ने कहा कि आज तकनीकी इतना आगे बढ़ गई है कि मानव स्वयं ही त्रिदेवों के कर्तव्यों का निर्वहन करने लगा है। लोभ इतना बढ़ गया है कि मनुष्य स्वयं को ईश्वर मानने लगा है। तकनीकी का लाभ तभी मिलेगा जब लोकहित एवं मानव कल्याण की भावना पर केंद्रित रहकर कार्य किया जाए। 


कार्यक्रम संयोजक हर्ष पाराशरी ने पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से सर सीवी रमन का पूरा जीवन परिचय, उनके बारे में समस्त जानकारी, रमन प्रभाव एवं इसके अनुप्रयोगों को विद्यार्थियों के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि सर सी वी रमन के मन मे रमन प्रभाव का विचार जलयान से यात्रा करते समय समुद्र के नीले रंग को देखकर उत्पन्न हुआ था। 


उन्होंने बताया कि सर सी वी रमन ने बहुत थोड़े से संसाधनों के द्वारा इस अद्भुत खोज में सफलता प्राप्त की।  इस अवसर पर "वैश्विक कल्याण हेतु विज्ञान" विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बीएससी तृतीय सेमेस्टर की रिया वर्मा ने प्रथम, एमएससी रसायन विज्ञान की प्रियांशी मिश्रा ने द्वितीय तथा बीएससी प्रथम सेमेस्टर के शीतांशु पांडेय एवं एमएससी (भौतिकी) की कंचनलता पाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में मंच संचालन भौतिक विज्ञान विभागाध्यक्ष शिशिर शुक्ला ने एवं धन्यवाद ज्ञापन राजनंदन सिंह राजपूत ने किया। इस अवसर पर अमित गंगवार, चंदन गिरी, संदीप दीक्षित, सत्येंद्र कुमार सिंह, नितिन शुक्ला, शशांक गुप्ता, उज्ज्वल आदि उपस्थित रहे।                             


  अजीत मिश्रा शाहजहांपुर

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