हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार की ओर से ओपन जेल कॉन्सेप्ट पहल की शुरुआत की गई है. इस पहल के पहले चरण के लिए फरीदाबाद और करनाल दो जिलों को चुना गया. इस बीच फरीदाबाद जिला जेल अधिकारियों ने ओपन जेल कॉन्सेप्ट के तहत 36 दोषियों को 2 BHK फ्लैट आवास उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. एक अधिकारी का कहना है कि जेल परिसर के भीतर उपलब्ध फ्लैटों के रिनोवेशन के लिए 2018 में सरकार की ओर से 62 लाख रुपए दिए गए थे.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि फ्लैट उन दोषियों को दिए जाने का प्रस्ताव है जिन्होंने जेल की सजा के दौरान उत्कृष्ट आचरण का प्रदर्शन किया और अपनी अधिकांश सजा पूरी कर ली है. फरीदाबाद में मौजूदा समय में 3,000 कैदी हैं, जबकि लगभग 1400 दोषी हैं, बाकी विचाराधीन है. नीमका गांव स्थित जिला जेल की कुल क्षमता करीब 2500 है. ओपन जेल के कॉन्सेप्ट पर काम शुरू हो गया है. पात्र कैदियों के चयन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और उच्च अधिकारियों की अंतिम मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है.
योजना के मुताबिक, चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोषी अपने परिवार सहित फ्लैट में शिफ्ट हो सकेंगे. हालांकि फ्लैटों को शुरू में जेल कर्मचारियों के लिए बनाया गया था, लेकिन कई फ्लैट्स पिछले सालों से खाली पड़े थे क्योंकि इनकी संख्या बहुत अधिक थी. फ्लैटों के रिनोवेशन के टेंडर 2018-19 में उठाए गए थे. अधिकारियों के मुताबिक, हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की ओर से मरम्मत का काम किया गया है और फ्लैट पजेशन के लिए तैयार हैं. उनका दावा है कि कि अगर प्रयोग सफल रहा तो भविष्य में और फ्लैट उपलब्ध कराए जा सकते हैं.
ओपन जेल कॉन्सेप्ट इस साल हो सकता है लागू
जिला जेल के उपाधीक्षक अनिल कुमार ने कहा कि इस कॉन्सेप्ट पर काम चल रहा है और इस साल इसके लागू होने की संभावना है. हालांकि, उन्होंने कहा, ‘इस पहल के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी जा सकती है.’ यह आवासीय सुविधा नि:शुल्क होगी क्योंकि मूलभूत सुविधाओं के लिए कोई किराया या शुल्क नहीं लिया जाएगा. जिन कैदियों को फ्लैट्स दिए जाएंगे वे बाहर काम करने के लिए स्वतंत्र होंगे, लेकिन उनके लिए जेल के 10 किलोमीटर का दायरा तय किया गया है. साथ ही साथ शाम को काम खत्म होने के बाद उन्हें दोबारा अपने आवास पर रिपोर्ट करना होगा.
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