फिर मुश्किलों में आजम परिवार! बड़े बेटे और बहन के खिलाफ समन; अन्य 5 को गैर जमानती वारंट


रामपुर: आजम खान पर आरोप है कि सपा सरकार में मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति को वक्फ संपत्ति में हस्तांतरित कर शामिल किया गया है. उत्तर प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद सीएम योगी के शासन काल में साल 2019 में थाना अजीम नगर में इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई. इसमें तत्कालीन वक्फ मंत्री व मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के चांसलर मुहम्मद आजम खान और तत्कालीन वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी सहित 16 लोगो के खिलाफ एफआईआर की गई थी.

इस मामले की सुनवाई रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट मेजिस्ट्रेट ट्रायल में चल रही है. सुनवाई के दौरान सात लोगों के कोर्ट में हाजिर नहीं होने पर 28 फरवरी को सातों के खिलाफ समन की कार्रवाई की गई थी. अब रामपुर की चमरव्वा विधानसभा से सपा विधायक नसीर अहमद खान और वसीम रिजवी सहित पांच लोगों के खिलाफ जमानती वारंट (BW) जारी किया गया है.

साथ ही आजम खान के बड़े बेटे अदीब आजम खान और आजम खान की बहन निगहत अखलाक के खिलाफ पुनः समन जारी किया गया है. आजम खान सहित अन्य लोगों की हाजिरी माफी कोर्ट में दाखिल की गई. अब इस मामले की अगली सुनवाई 14 मार्च को होगी.

5 को जारी हुआ समन दो को नहीं
अभियोजन अधिकारी अमरनाथ तिवारी ने बताया, “मुकदमा अपराध संख्या 312/19 शत्रु संपत्ति से संबंधित मामला है. पिछली तिथि पर जो 7 लोग सुनवाई के दौरान कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहे थे. उनके खिलाफ समन जारी किया गया था. जिसमें 5 को समन जारी हुआ और दो को नहीं हो पाया. इसलिए जिन्हें समन जारी हुआ वो कोर्ट में फिर हाजिर नही हुए.”

इसलिए कोर्ट ने नसीर अहमद खान, सय्यद वसीम रिजवी, जिया उर रहमान सिद्दीकी, मुश्ताक अहमद सिद्दीकी और सलीम कासिम के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया है. जबकि जिन दो लोगों को समन तामील नहीं हुए उनमे अदीब आजम खान और निगहत अखलाक के खिलाफ दोबारा समन जारी किया गया है. इस मामले में 14 मार्च को सुनवाई होगी.

कौन हैं सय्यद वसीम रिजवी
सय्यद वसीम रिजवी वक्फ बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन थे. वसीम रिजवी ने अब अपना धर्म परिवर्तन कर अपना नाम जितेंद्र त्यागी कर लिया है. वसीम रिजवी आजम खान के साथ शत्रु संपत्ति को वक्फ संपत्ति में हंसतांत्रित कर मुहम्मद अली जौहर युनिवर्सिटी में सम्मिलित करने के मामले में आरोपी हैं.


 

Post a Comment

أحدث أقدم