छत्तीसगढ़: कक्षा 7 की छात्रा ने रचा इतिहास, IQ टेस्ट के बाद मिली 10वीं की परीक्षा की अनुमति




छत्तीसगढ़ के बालोद जिले की रहने वाली 12 वर्षीय नगरिस खान ने इतिहास रच दिया है। कक्षा 7वीं में पढ़ाई करने के दौरान ही उन्हें 10वीं की परीक्षा देने की अनुमति मिल गई है। हालांकि, इसके लिए उन्हें IQ टेस्ट से भी गुजरना पड़ा। दरअसल, नरगिस का दिमाग अन्य छात्रों की अपेक्षा ज्यादा तेज है। यही वजह है कि वे कक्षा 7वीं में पढ़ाई के दौरान ही 10वीं की परीक्षा दे रहीं हैं। 10वीं एग्जाम देने की अनुमति मिले, इसलिए नरगिस ने मुख्यमंत्री बघेल से भी मुलाकात की थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री बघेल ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि बच्ची का जो भी जरूरी टेस्ट हो, उसको लें और एग्जाम में शामिल होने दें।

इस संबंध में जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ बोर्ड के अध्यक्ष वी के गोयल ने एक प्रमुख समाचार दैनिक को बताया कि नरगिस कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति देने का निर्णय एक आईक्यू टेस्ट के आधार पर किया गया है। नगरिस का IQ टेस्ट जिला सरकारी अस्पताल और नैदानिक मनोविज्ञान विभाग की तरफ से आयोजित किया गया था। नरगिस ने आईक्यू टेस्ट और मैलिन्स इंटेलिजेंस स्केल फॉर इंडियन चिल्ड्रन (एमआईएसआईसी) में परफेक्ट स्कोर प्राप्त किया।


नरगिस के पिता फिरोज खान घुमका गांव में खेती-किसानी करते हैं। उन्होंने मीडिया को बताया कि उनकी बेटी शुरुआत से ही पढ़ने की शौकीन थी। यही वजह थी कि वह पढ़ाई में पिछली कक्षाओं में भी 99 फीसदी अंक लेकर आती थी। कम उम्र में ही वह अच्छी अंग्रेजी बोलने के साथ-साथ कठिन अंकगणितीय सवालों को भी आसानी से हल कर लेती है।

पढ़ाई में तेज होने के चलते नरगिस पर शिक्षकों का भी ध्यान केंद्रीत हुआ। साथ ही शिक्षकों ने उसे 10वीं की परीक्षा दिलाने का भी सुझाव दिया। जिसके बाद नरगिस को 10वीं कक्षा की परीक्षा में बैठने के लिए मैंने राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कलेक्टर सहित कई कार्यालयों का दौरा किया। जिसके बाद वहां कहा गया कि बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र के ऐसे विशेष मामले की प्रक्रिया के लिए आईक्यू स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण होगी।

जिसके बाद 15 जून, 2022 को राजनांदगांव में हैदराबाद से एक मेडिकल टीम पहुंची। जहां पर नगरिस ने IQ टेस्ट दिया। आईक्यू टेस्ट में सही स्कोर प्राप्त करने के बाद आखिरकार उसे बोर्ड परीक्षाओं को देने की अनुमति मिल गई। नगरिस के पिता ने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास है कि उनकी बेटी बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करेगी। खान ने कहा कि नरगिस की इच्छा संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा पास करने और देश की सेवा करने की है।

इधर, नगरिस ने भी कहा कि वह यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा देना चाहती है। वहीं, नरगिस ने एग्जाम को लेकर कहा कि उसकी परीक्षाएं बेहतर चल रही हैं और रिजल्ट भी उम्मीद के मुताबिक ही आएगा। आपको बता दें कि कोरोना काल के दौरान नरगिस ने बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करना शुरू किया था। इसके लिए नगरिस कोचिंग आदी की भी मदद नहीं लेती है।

 

Post a Comment

Previous Post Next Post