उमेश पाल हत्या केस की गुत्थी सुलझा रही प्रयागराज पुलिस ने आज यानी सोमवार को दूसरे एनकाउंटर में विजय चौधरी उर्फ उस्मान नामक बदमाश को एनकाउंटर में मार गिराया. मीडिया से बातचीत में मृतक की पत्नी सुहानी ने दावा करते हुए कहा कि उसके पति का नाम सिर्फ विजय चौधरी है, ‘जबरदस्ती’ उसे मुस्लिम (उस्मान चौधरी) बताया जा रहा है. इस दौरान मृतक की पत्नी ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या उमेश पाल की हत्या वाले दिन विजय मौका-ए-वारदात पर मौजूद भी था या नहीं? आपको बता दें कि इस दौरान विजय के घर पर मातम पसरा हुआ था, हर कोई पुलिस-प्रशासन और सरकार को कोस रहा था.
अतीक के बेटों ने विजय चौधरी को बना दिया था 'उस्मान', ADG बोले- धर्म परिवर्तन की करेंगे जांच
प्रयागराज के लालापुर इलाके का रहने वाला विजय चौधरी अपने आका अतीक अहमद के लिए काम करता था. परिवार का वफादार बनने पर अतीक के बेटों ने ही विजय को उस्मान नाम दे दिया था. आज ही प्रयागराज के ही कौंधियारा इलाके में हुई मुठभेड़ में विजय उर्फ उस्मान पुलिस की गोली से घायल हो गया था और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई.
प्रयागराज के उमेश पाल को पहली गोली मारने वाले शूटर विजय उर्फ उस्मान चौधरी को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. इस बीच विजय चौधरी के धर्म परिवर्तन करने की बात भी सामने आ रही है. इस मामले में उत्तर प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि शूटर के विजय से उस्मान बनने का मामला हमारे संज्ञान में है. कोई सामान्य व्यक्ति खुद का नाम उस्मान क्यों रखेगा? मतलब एडीजी ने शूटर विजय के धर्म परिवर्तन से इनकार नहीं किया है. इसे जांच का विषय बताया है.
एक यह कहानी भी निकलकर सामने आई है कि प्रयागराज के लालापुर इलाके का रहने वाला विजय चौधरी बाहुबली डॉन अतीक अहमद का कुख्यात शार्प शूटर था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अतीक के बेटों ने ही परिवार के वफादार विजय चौधरी को उस्मान नाम दे दिया था. पुलिस ने बताया है कि प्रयागराज के ही कौंधियारा इलाके में हुई मुठभेड़ में विजय उर्फ उस्मान गोली लगने से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई.
दरअसल, 24 फरवरी को प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल जैसे ही अपनी क्रेटा कार से उतरे थे, तभी घात लगाकर बैठे विजय उर्फ उस्मान ने फायरिंग शुरू की और गोली लगते ही उमेश जमीन पर गिर पड़े. फिर शूटर गुलाम मोहम्मद और बमबाज गुड्डू मुस्लिम समेत दूसरे बदमाशों ने उमेश समेत दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी थी. यह पूरा हत्याकांड घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया था.
पुलिस की पड़ताल में पता चला कि उमेश पाल हत्याकांड को 7 शूटर्स ने अंजाम दिया था. इनमें अरबाज और विजय उर्फ उस्मान को एनकांउटर में यूपी पुलिस ने ढेर कर दिया, जबकि 5 अभी फरार हैं. सभी शूटर्स पर इनामी राशि को 50-50 हजार से बढ़ाकर 2.50-2.50 लाख रुपए कर दिया गया है.
अतीक का पूरा परिवार आरोपी
शूटर्स के अलावा उमेश पाल हत्याकांड में गुजरात की जेल में बंद कुख्यात माफिया डॉन अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक का भाई अशरफ और उसके बेटों को आरोपी बनाया गया है. एक बेटा फिलहाल फरार है, जबकि दो नाबालिग बेटों को पुलिस ने बाल सुधार गृह भेज दिया है. वहीं, अशरफ दूसरे मामलों को लेकर बरेली जेल में बंद है.
क्या है उमेश पाल हत्याकांड?
प्रयागराज के बहुचर्चित विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों संदीप निषाद और राघवेंद्र की बीते सप्ताह गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मोहम्मद और 9 अन्य साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था.
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